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तुम वापिस आ जाओ!!

Updated: Jan 20

अच्छा क्या प्रेम सचमुच ही मात्र एक शारीरिक आवश्यकता और एक सुविधाजन एडजस्टमेंट का ही दूसरा नाम है ? बताओ , तुम्हें क्या कभी उसकी याद नहीं आती । और आती है तो क्यों ? उसे तुम क्या कहोगे ?.....

क्या यह जवाब पर्याप्त है.....

उसके साथ का जीवन वह जैसा भी था , अच्छा या बुरा ... मेरा इतना निजी है कि मैं उसे किसी के साथ शेयर नहीं कर सकता । तुम ग़लत मत समझना और बुरा भी मत मानना वह एक अध्याय था , जो उसी के साथ समाप्त हो गया ।

और अब मैं उसे किसी के साथ खोलना नहीं चाहता । चाहूँ तो भी खोल नहीं सकता । शायद अब तो अपने सामने भी नहीं ।

??

लेकिन मैं चाहता हूँ कि तुम वापिस आ जाओ!


JULY 1, 2022


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मैंने मौन चुना, क्योंकि जब मैं ये जान गया कि मेरा प्रेम तुम्हारे लिए कोई महत्व नहीं रखता है तो मेरे शब्द भी तुम्हारे लिए व्यर्थ ही हैं...!!

शादी के कार्ड पर छपी डिग्रियां बताती हैं कि अब शादियां स्त्री पुरुषों की नहीं उनकी डिग्रियां और स्टेटस की हो रही है।

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