प्रेम की अनुपस्थिति
Updated: Mar 29
प्रेम की अनुपस्थिति में
प्रेम की व्याप्ति पर लिखना
कुछ इस तरह होता है
कि हमे उस सपने का उल्लेख करना है
जो हमने रात में सबसे गहरी नींद में सोते हुए देखा था
और अफ़सोस तो इस बात का है
कि सुबह होते ही हम उसे भूल भी चुके हैं
Beparwah
Arthhin | Novelistguy | Ghaziabad
Arthhin