Novelist GuyJan 191 min readसबकुछ साहेबदेखना एक दिन मैं भी सबकुछ खरीद लुंगाइश्क, मोहब्बत, दोस्ती, रिश्ते, वफादारी सबकुछफिलहाल अभी दौलत का इंतजाम कर रहा हूं।july 6 2022
साहेबदेखना एक दिन मैं भी सबकुछ खरीद लुंगाइश्क, मोहब्बत, दोस्ती, रिश्ते, वफादारी सबकुछफिलहाल अभी दौलत का इंतजाम कर रहा हूं।july 6 2022
मैं चाहता हूँ मैं चाहता हूं हमारे बीच कुछ अनकहा सा शेष रह जाए, क्योंकि उस अनकहे से एक व्याकुलता हम दोनों में रहेगी और अपने अंत तक हम एक मिलन की आस लिए जीयेंगे और यदि भाग्य में हुआ तो मिलेंगे...!!! 29 june 2022